1. लक्ष्यों को निर्धारित कर वित्तीय स्वरूप दें :

हर व्यक्ति के जीवन में अनपे विभिन्न लक्ष्य होते हैं जैसे बच्चों की पढ़ाई-शादी, कार खरीदना, मकान खरीदना, रिटायरमेंट आदि। हमें इन लक्ष्यों का सही आकलन कर इनकी सूची बनाना एवं यह निर्धारित कर लेना चाहिए कि इन लक्ष्यों के लिए वित्तीय आवश्यकता संभवत: किस वर्ष में होगी। साथ ही हमें महँगाई दर को ध्यान में रखकर भविष्य में लगने वाली राशि का निर्धारण भी कर लेना चाहिए।